
BPSC के लिए NCERT पुस्तकों का महत्व
BPSC (Bihar Public Service Commission) की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए NCERT किताबों का अध्ययन बहुत जरूरी होता है। लेकिन कई अभ्यर्थियों को यह समझ नहीं आता कि NCERT कैसे पढ़ें और कौन-कौन सी किताबें इसमें उपयोगी हैं। इस ब्लॉग में हम आपको यह बताने की प्रयास करेंगे कि NCERT किताबों को कैसे पढ़ें ताकि BPSC की तैयारी इतनी मजबूत हो जाए कि अंतिम चयन तक आसानी से पहुंचा जा सके।
1. BPSC के लिए NCERT किताबें क्यों जरूरी हैं?
NCERT किताबें सरल भाषा में लिखी होती हैं, जिससे किसी भी अभ्यर्थी को विषयों की मूलभूत समझ आसानी से हो जाती है। साथ ही, इन पुस्तकों से सीधे सवाल भी BPSC परीक्षा में पूछे जाते हैं।
✅ स्पष्ट और सटीक जानकारी
✅ बेसिक्स को मजबूत करने के लिए उपयोगी
✅ करेंट अफेयर्स को समझने में मददगार
✅ प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के लिए जरूरी
2. कौन-कौन सी NCERT किताबें पढ़नी चाहिए?
BPSC के लिए जरूरी विषयवार NCERT पुस्तकों की सूची:
( 1 ) इतिहास (History)
- कक्षा 6-12 की NCERT इतिहास की किताबें
- विशेष रूप से “Themes in Indian History – Part 1, 2 & 3”
- Ancient India – R.S. Sharma
- Medieval India – Satish Chandra
- Modern India – Bipan Chandra
(2) भूगोल (Geography)
- कक्षा 6-12 की भूगोल NCERT किताबें
- “भारत: भौगोलिक विशेषताएं”
- “भारत: लोग और अर्थव्यवस्था”
- “मानव भूगोल” और “भौतिक भूगोल”
(3) राजनीति विज्ञान (Polity)
- कक्षा 9-12 की NCERT “राजनीति विज्ञान”
- “Indian Constitution at Work” (Class 11)
- M. Laxmikant (सहायक पुस्तक)
(4) अर्थशास्त्र (Economics)
- कक्षा 9-12 की NCERT अर्थशास्त्र पुस्तकें
- “Indian Economic Development” (Class 11)
- “Macroeconomics & Microeconomics” (Class 12)
(5) विज्ञान (Science)
- कक्षा 6-10 की NCERT विज्ञान की किताबें
- कक्षा 11-12 के लिए “Biology”, “Physics”, “Chemistry” का सामान्य अध्ययन
(6) बिहार विशेष (Bihar GK)
- “बिहार का इतिहास”
- “बिहार का भूगोल”
- “बिहार की अर्थव्यवस्था और योजनाएँ”
3. NCERT किताबें कैसे पढ़ें ताकि BPSC क्रैक करना आसान हो जाए?
अब सवाल उठता है कि NCERT को कैसे पढ़ें ताकि BPSC परीक्षा में बेहतर परिणाम मिल सके? नीचे कुछ महत्वपूर्ण रणनीतियाँ दी गई हैं:
(A) 2-3 बार पढ़ाई करें
❖ पहली बार: सामान्य पढ़ाई करें, विषय को समझें।
❖ दूसरी बार: महत्वपूर्ण बिंदुओं को हाइलाइट करें और नोट्स बनाएं।
❖ तीसरी बार: खुद से प्रश्न बनाएं और उत्तर लिखने का अभ्यास करें।
(B) शॉर्ट नोट्स बनाएं
NCERT की भाषा लंबी होती है, इसलिए महत्वपूर्ण तिथियाँ, घटनाएँ, स्थान, संधियाँ आदि का संक्षिप्त नोट्स बनाना जरूरी है।
(C) मैप्स और डायग्राम का उपयोग करें
भूगोल और इतिहास में मैप्स का बहुत महत्व है। भारत और विश्व के नक्शे को ध्यान से पढ़ें और कहीं भी आने वाले स्थानों को चिह्नित करें।
(D) पिछली परीक्षाओं के प्रश्नपत्र हल करें
BPSC परीक्षा में NCERT से सीधे प्रश्न आते हैं, इसलिए पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र देखें और खुद को टेस्ट करें।
(E) मॉक टेस्ट और रिवीजन अनिवार्य है
NCERT पढ़ने के बाद मॉक टेस्ट दें और अपनी गलतियों को सुधारें।
4. BPSC के विभिन्न चरणों के अनुसार NCERT का महत्व
(A) प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) के लिए
- फैक्ट बेस्ड पढ़ाई करें।
- करंट अफेयर्स से जोड़कर पढ़ें।
- MCQs की प्रैक्टिस करें।
(B) मुख्य परीक्षा (Mains) के लिए
- उत्तर लिखने का अभ्यास करें।
- NCERT की भाषा को अपने उत्तरों में अपनाएँ।
- एनालिसिस और क्रिटिकल थिंकिंग पर फोकस करें।
(C) साक्षात्कार (Interview) के लिए
- NCERT से मूलभूत समझ बनाकर आत्मविश्वास बढ़ाएँ।
- बिहार विशेष और करेंट अफेयर्स को गहराई से समझें।
5. NCERT पढ़ने की आदत कैसे डालें? (Daily Routine)
सुबह: 2 घंटे – इतिहास और राजनीति विज्ञान
दोपहर: 2 घंटे – भूगोल और अर्थशास्त्र
शाम: 2 घंटे – विज्ञान और बिहार विशेष
रात: 1 घंटा – नोट्स रिवीजन और क्विज प्रैक्टिस
निष्कर्ष: NCERT से अंतिम चयन तक
✅ NCERT की बुक्स BPSC की नींव मजबूत करती हैं।
✅ हर विषय को 2-3 बार पढ़ना जरूरी है।
✅ नोट्स बनाएं, मैप्स और चार्ट का इस्तेमाल करें।
✅ पिछले वर्षों के प्रश्नों का विश्लेषण करें।
✅ मॉक टेस्ट और उत्तर लेखन का अभ्यास करें।
यदि आप NCERT को सही तरीके से पढ़ते हैं, तो BPSC परीक्षा में अंतिम चयन पाना आसान हो सकता है।
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