70th BPSC मुख्य परीक्षा की 60-दिनों में प्रभावी तैयारी
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) मुख्य परीक्षा को पास करने के लिए प्रभावी रणनीति और चरणबद्ध अध्ययन योजना आवश्यक है। हालिया बदलावों के अनुसार, मुख्य परीक्षा में सामान्य हिंदी (100 अंक) और ऐच्छिक विषय (100 अंक) केवल योग्यता के लिए हैं, जबकि मेरिट 900 अंकों (GS पेपर I एवं II और निबंध, प्रत्येक 300 अंक) पर आधारित होगी। इसलिए, मुख्य ध्यान GS पेपर I, पेपर II और निबंध पर होना चाहिए, जबकि हिंदी और ऐच्छिक विषय में केवल उत्तीर्ण होने लायक तैयारी करें।
1. 60-दिनों की अध्ययन योजना
मुख्य परीक्षा के व्यापक पाठ्यक्रम को 60 दिनों में पूरा करने के लिए चरणबद्ध योजना अपनाएँ। साप्ताहिक और दैनिक लक्ष्य निर्धारित करने से निरंतरता बनी रहेगी और समय का सर्वोत्तम उपयोग होगा।
चरण 1 (दिन 1–20): बुनियादी कवरेज और उत्तर लेखन की शुरुआत
- GS-1: आधुनिक भारत का इतिहास, बिहार का इतिहास, भारतीय एवं बिहार का भूगोल, कला-संस्कृति
- GS-2: संविधान, राजनीति, प्रशासनिक व्यवस्था, बिहार की अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं तकनीक
- उत्तर लेखन: प्रारंभ में छोटे प्रश्नों से अभ्यास, प्रतिदिन 1-2 घंटे उत्तर लेखन
- दैनिक योजना: सुबह एक विषय, दोपहर दूसरा विषय, शाम को पुनरावलोकन
चरण 2 (दिन 21–40): पाठ्यक्रम कवरेज पूर्ण करना और आंसर राइटिंग सुधारना
- बचे हुए टॉपिक्स: कला-संस्कृति, समाजशास्त्र, पर्यावरण, बिहार के प्रशासनिक पहलू
- उत्तर लेखन: प्रतिदिन कम से कम एक निबंध और 2-3 GS प्रश्न हल करें
- मॉक टेस्ट: हर सप्ताह एक पूर्ण GS पेपर हल करें
चरण 3 (दिन 41–60): रिवीजन, उत्तर लेखन तीव्र करना और फाइनल प्रैक्टिस
- GS-1 और GS-2 का गहन पुनरीक्षण (हर विषय के मुख्य बिंदुओं को दोहराएँ)
- हर दिन 3 घंटे का टाइमर लगाकर उत्तर लेखन का अभ्यास करें
- आखिरी 10 दिन: सिर्फ़ रिवीजन, मॉक टेस्ट और कमजोरी वाले विषयों पर ध्यान
- फुल-लेंथ पेपर हल करें, समय सीमा में उत्तर लिखने का अभ्यास करें
2. प्रत्येक विषय की रणनीति
सामान्य अध्ययन पेपर -1 (इतिहास, भूगोल, कला एवं संस्कृति, राष्टीय एवं अंतराष्टीय घटनाक्रम , D.I. )
- इतिहास: आधुनिक भारत के स्वतंत्रता संग्राम और बिहार की भूमिका विशेष रूप से तैयार करें। मुख्य घटनाएँ, तिथियाँ और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सूची बनाकर पढ़ें।
- भूगोल: बिहार की भौगोलिक विशेषताएँ, कृषि व्यवस्था, नदियाँ और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे। नक्शे और चार्ट बनाकर अध्ययन करें।
- कला एवं संस्कृति: मौर्यकालीन कला, मधुबनी पेंटिंग, छठ पूजा जैसे बिहार से संबंधित विषयों पर विशेष ध्यान दें।
- उत्तर लेखन: मानचित्र और टाइमलाइन का प्रयोग करें, उत्तर में तथ्यों और उदाहरणों को स्पष्ट रूप से शामिल करें।
- राष्टीय एवं अंतराष्टीय घटना क्रम के लिए CURRENT AFFAIRS वार्षिकी के महत्वपूर्ण प्रश्नों की सूची बनाकर तैयार करें।
- DATA INTERPRETATION के लिए पिछले 5 वर्षों के प्रश्नों को बार बार SOLVE करें ।
सामान्य अध्ययन पेपर -2(संविधान, प्रशासन, अर्थव्यवस्था, समाजशास्त्र , विज्ञान एवं प्रौधोगिकी )
- संविधान और प्रशासन: मौलिक अधिकार, नीति निर्देशक तत्व, पंचायती राज, बिहार की शासन व्यवस्था। बिहार के प्रशासनिक ढाँचे और लोकायुक्त पर विशेष ध्यान दें।
- आर्थिक विकास: बिहार की अर्थव्यवस्था की समस्याएँ, सरकारी योजनाएँ (जैसे जीविका परियोजना, जल-जीवन-हरियाली अभियान)।
- समाजशास्त्र: बिहार की सामाजिक समस्याएँ (शिक्षा, पलायन, गरीबी), सामाजिक सुधार आंदोलन। सरकारी नीतियों और योजनाओं को उत्तर में उद्धृत करें।
- उत्तर लेखन: संविधान के अनुच्छेदों, रिपोर्ट्स और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का उल्लेख करें। उत्तर में संतुलित और तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाएँ।
निबंध (300 अंक)BPSC essay for Mains
- संभावित विषय: बिहार की क्षेत्रीय समस्याएँ, नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण, कहावत आधारित निबंध।
- उत्तर संरचना: भूमिका, मुख्य भाग और निष्कर्ष का स्पष्ट विभाजन हो। उदाहरण और आँकड़ों का प्रयोग करें।
- अभ्यास: प्रतिदिन 1 निबंध लिखने का अभ्यास करें। पिछले वर्ष के टॉपिक्स पर लेखन करें।
- बिहार केंद्रित संदर्भ: निबंध में स्थानीय उदाहरण, लोक संस्कृति, ऐतिहासिक घटनाओं को सम्मिलित करें।
सामान्य हिंदी (100 अंक) – क्वालीफाइंग पेपर
- हिंदी व्याकरण: पर्यायवाची, विलोम, संधि, समास, वर्तनी, मुहावरे।
- गद्य-पद्य समझ: संपादकीय और आलेख पढ़कर संक्षेपण का अभ्यास करें।
- लेखन अभ्यास: औपचारिक पत्र और लघु निबंध का अभ्यास करें।
- मॉडल पेपर हल करें ताकि परीक्षा में कोई अनावश्यक त्रुटि न हो।
3. 70TH BPSC के लिए उत्तर लेखन और समय प्रबंधन
- उत्तर का ढाँचा: भूमिका → मुख्य बिंदु → निष्कर्ष।
- बुलेट पॉइंट्स का उपयोग करें, विशेषकर जब बहु-आयामी पहलू लिखने हों।
- डेटा और केस स्टडी का उपयोग करें (आर्थिक सर्वेक्षण, पंचायती राज उदाहरण)।
- समय प्रबंधन:
- 300 अंकों के पेपर के लिए प्रति अंक 1 मिनट निर्धारित करें।
- पहले आसान प्रश्न हल करें, फिर कठिन प्रश्नों पर जाएँ।
- उत्तर पुस्तिका को साफ़-सुथरा रखें, प्रमुख बिंदुओं को हाईलाइट करें।
4. अंतिम 10 दिनों की रणनीति
अंतिम 10 दिन – 100% रिवीजन और मॉक टेस्ट का दौर
- दिन 51-55: प्रत्येक दिन GS-1 और GS-2 के मुख्य विषयों की समीक्षा करें।
- दिन 56-58: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें, कमज़ोर क्षेत्रों की पहचान करें।
- दिन 59-60: हल्के रिवीजन, मुख्य बिंदुओं की पुनरावृत्ति और मानसिक तैयारी।

70th BPSC PREPARATION IN 60 DAYS..
60 दिनों की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली चार्ट के रूप में
| दिन | कार्य | |
| 1-20 | GS पेपर I और II का पहला पाठन, उत्तर लेखन की शुरुआत | |
| 21-40 | गहन अध्ययन, आंसर राइटिंग सुधार, मॉक टेस्ट | |
| 41-50 | त्वरित पुनरीक्षण, GS पेपर का फुल-लेंथ अभ्यास | |
| 51-60 | अंतिम रिवीजन, आत्मविश्वास निर्माण | |
इस प्रकार उपरोक्त बताएं कार्यक्रम का पालन कर आप BPSC मुख्य परीक्षा की 60-दिनों में अच्छी तयारी कर अपनी सफलता को 70 TH BPSC में सुनिश्चित कर सकते हैं। प्रभावी तैयारी के लिए निरंतरता, उत्तर लेखन का अभ्यास, और विषयों की गहन समझ आवश्यक है। सही रणनीति अपनाने से सफलता सुनिश्चित होना अवश्यंभावी हैं । किन्तु इसके लिए योजना पर कायम रहें, आत्मविश्वास बनाए रखें, और मेहनत जारी रखें।
आपकी सफलता की हार्दिक शुभकामनाएँ!